यूँ तो माँ की महिमा बताने के लिए किसी दिवस की आवश्यकता नहीं है, परंतु वैश्विक लोकालोक की दृष्टि से सभी माताओं को प्रणाम एवं माँ दिवस की शुभकामनाए । आप स्वस्थ एवं प्रसन्नचित रहे यही प्रभु से प्रार्थना।
“माँ की महिमा कैसे में गाऊँ,
कैसे मैं इनकी महत्ता बताऊँ,
मेरे पास शब्दों की वो शृंखला नहीं,
मैं तो सिर्फ़ चरणो में नतमस्तक हो जाऊँ”
- विकास चौधरी “विशु”
“माँ की महिमा कैसे में गाऊँ,
कैसे मैं इनकी महत्ता बताऊँ,
मेरे पास शब्दों की वो शृंखला नहीं,
मैं तो सिर्फ़ चरणो में नतमस्तक हो जाऊँ”
- विकास चौधरी “विशु”
No comments:
Post a Comment